शिव की नगरी काशी जहां हर सांस में बसता है अध्यात्म, और हर गली में गूंजती है आस्था की अनहद ध्वनि।अब सावन के पावन महीने में, श्री काशी विश्वनाथ धाम का परिक्षेत्र होने जा रहा है शिवमय।"वाराणसी विकास प्राधिकरण की नई पहल के तहत, कॉरिडोर के आसपास की 18 प्रमुख गलियों में लगेंगे हाई-क्वालिटी साउंड सिस्टम।हर सुबह, इन गलियों में गूंजेगा ‘सुप्रभात’ संदेश और फिर बहेगी एक अलौकिक धुन शिव मंत्रों और ओम की दिव्यता से सराबोर।जैसे-जैसे सूरज उगेगा, वैसे-वैसे वातावरण शिव के स्वरूप में रंगता जाएगा।घाटों पर भी इसी तरह की व्यवस्था की जा रही है। जहां श्रद्धालु ध्यान लगाएं, वहां शिव का सुमिरन स्वयं गूंजता रहे।कभी काशी के चौराहों पर ओम की ध्वनि सुनाई देती थी, जो समय के साथ बंद हो गई थी।
अब वह फिर से जीवंत होने जा रही है पहले से ज़्यादा भव्य, पहले से ज़्यादा प्रभावशाली।इन 18 गलियों का चयन बहुत सोच-समझकर किया गया है। ये वे मार्ग हैं जहां पर्यटकों की आवाजाही सबसे अधिक रहती है। एक-एक गली अब आस्था और अध्यात्म का संगम बन जाएगी।इतना ही नहीं — शहर के ऐसे प्रमुख मंदिर, जहां रात में रौशनी की कमी होती है, वहां अब लगेंगी भव्य फसाड लाइटें। उजास से नहाएंगे काशी के कोने-कोने।काशी, जो पहले ही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, अब अपने साउंड और लाइट्स के माध्यम से एक नया अनुभव देने जा रही है।देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को अब मिलेगा एक नया अनुभव एक ऐसा अनुभव जो दृश्य, श्रव्य और आत्मिक तीनों स्तर पर काशी को महसूस कराएगा।