प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि अब काशी के नाम जुड़ने जा रही है। देश का पहला अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रोजेक्ट वाराणसी में तेज़ी से आकार ले रहा है। यह परियोजना न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए मील का पत्थर साबित होने जा रही है।परियोजना के प्रथम चरण के तहत कैंट से रथयात्रा स्टेशन तक रोपवे की कमीशनिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 14 जुलाई से शुरू हुए इस परीक्षण में लाइटनर कंपनी के इंजीनियरों की टीम के नेतृत्व में 90 गोंडोलाओं की टेस्टिंग की जा रही है। यह परीक्षण लगभग एक महीने तक चलेगा, और इसका उद्देश्य संचालन से पहले प्रणाली की पूरी सुरक्षा और तकनीकी दक्षता सुनिश्चित करना है।
नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार, परीक्षण के दौरान गोंडोला, मोटर, केबल, कंट्रोल सिस्टम, ब्रेकिंग सिस्टम, स्पीड और सेफ्टी फीचर्स की गहन जांच की जा रही है ताकि भविष्य में कोई तकनीकी बाधा न आए। एक बार में तीन-तीन गोंडोला चलाकर इनका परीक्षण किया जा रहा है। पहले सेक्शन का कार्य सितंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।दूसरे चरण में रथयात्रा से गोदौलिया तक का कार्य भी तेजी से जारी है। पूरा प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद कैंट से गोदौलिया तक मात्र 16 मिनट में पहुँचा जा सकेगा। एक ट्रॉली में 10 यात्री बैठ सकेंगे और हर डेढ़ से दो मिनट में एक गोंडोला उपलब्ध रहेगा।