ओडिशा में एक छात्रा द्वारा आत्मदाह की चौंकाने वाली घटना के विरोध में राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) की वाराणसी इकाई ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेट नंबर 2 पर जोरदार प्रदर्शन किया। आत्मदाह करने वाली छात्रा ABVP की सदस्य थी, जिसने कथित तौर पर शिक्षक द्वारा मानसिक और यौन उत्पीड़न से तंग आकर यह कदम उठाया।NSUI नेताओं का आरोप है कि पीड़िता न्याय के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही थी, लेकिन प्रशासन द्वारा उसे लगातार अनदेखा किया गया।
सगठन ने इस घटना को भाजपा सरकार की "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" नीति पर करारा तमाचा बताया।प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे NSUI जिलाध्यक्ष शशांक शेखर ने कहा, “जब भाजपा समर्थित संस्था की बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम बेटियों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?” उन्होंने दोषी शिक्षक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी कि न्याय न मिलने की स्थिति में आंदोलन तेज़ किया जाएगा।प्रदर्शन में NSUI प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय, जिलाध्यक्ष शशांक सिंह, उपाध्यक्ष संदीप पाल, इकाई अध्यक्ष गौतम शर्मा, आदर्श सोनकर, नमन राय और रोनिक सोनकर समेत कई छात्र नेता शामिल रहे।