उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आने को है।एनडीए की प्रमुख सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) में छठवीं बार बड़ी बगावत की तैयारी पूरी हो चुकी है।पार्टी के पूर्व वरिष्ठ पदाधिकारी बृजेंद्र प्रताप सिंह पटेल के नेतृत्व में आज, 1 जुलाई को लखनऊ में एक नया राजनीतिक दल — ‘अपना मोर्चा’ — लॉन्च किया जा रहा है।इस नए मोर्चे के पीछे दो गुप्त रणनीतिक बैठकों के बाद पूरी रूपरेखा तय की गई है। बृजेंद्र सिंह का दावा है कि उनके संपर्क में अपना दल (एस) के 9 विधायक हैं — जिनमें से तीन सेंट्रल यूपी और छह पूर्वांचल से आते हैं। इतना ही नहीं, पार्टी के 5 महासचिवों से भी बातचीत अंतिम दौर में है। खास बात यह है कि ‘अपना मोर्चा’ भी एनडीए के साथ रहकर आगामी चुनावों में भागीदारी करेगा।
2 जुलाई को इस नवगठित संगठन का पहला प्रदेश स्तरीय सम्मेलन लखनऊ में आयोजित होगा, जिसमें कई बागी चेहरे मंच साझा करेंगे। इसके बाद संगठन प्रतिनिधि दिल्ली जाकर भाजपा और संघ के शीर्ष समन्वयक अरुण कुमार से भी मुलाकात करेंगे।यह पार्टी की छठी बड़ी टूट मानी जा रही है।पहले भी धर्मराज पटेल, डॉ. आर.के. वर्मा, नील रतन, हरीराम चेरो जैसे नेता अपना रास्ता अलग कर चुके हैं। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जाटव आर.पी. गौतम ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा —"किसी नए संगठन के गठन की कोई जानकारी नहीं है। अगर कोई बात होगी, तो पार्टी स्तर पर बैठकर सुलझा लेंगे।"पूर्व युवा मंच अध्यक्ष हेमंत चौधरी ने कहा —"एक जुलाई को लखनऊ में ‘अपना मोर्चा’ की घोषणा होगी, जबकि दो जुलाई को प्रदेश स्तरीय बैठक में कई अहम खुलासे होंगे।" अब देखना ये होगा कि क्या यह बगावत पार्टी की सियासी ज़मीन को हिला देगी, या नेतृत्व एक बार फिर खुद को संभाल पाएगा। राजनीतिक हलकों की निगाहें अब ‘अपना मोर्चा’ की अगली चाल पर टिकी हैं।