उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी के तहत बनाई गई 95 करोड़ की लागत वाली गंगापथ सड़क बाढ़ की चपेट में आकर बह गई। यह सड़क फाफामऊ से संगम तक बनाई गई थी। तेज बहाव के चलते सड़क का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।वहीं, झांसी में सुबह से मूसलधार बारिश हो रही है। बस स्टैंड से गल्ला मंडी तक की सड़क पर करीब 4 फीट तक पानी भर गया है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी हो रही है। पानी भरने से कई वाहन बंद हो गए हैं। भट्टागांव और रक्सा इलाकों में भी हालात गंभीर हैं, जहां सड़कें नहर जैसी बहती नजर आ रही हैं।फिरोजाबाद में 45 मिनट की बारिश ने सड़कों को तालाब बना दिया। कॉलोनियों में दो फीट तक पानी भर गया।
संभल और अन्य जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी है। पूर्वांचल के कई शहरों में बादल छाए हुए हैं। ललितपुर में गोविंद सागर बांध ओवरफ्लो हो गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बांध के 8 गेट खोलकर 3,856 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की आशंका बढ़ गई है।मौसम विभाग ने राज्य के 31 जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। बीते 24 घंटे में मेरठ में सबसे ज्यादा 108 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहां पानी घरों में घुस गया। नगर निगम कार्यालय भी तालाब जैसा नजर आया। कर्मचारी गेट फांदकर बाहर निकले, वहीं कमिश्नर जूते हाथ में लेकर दफ्तर से बाहर आए। डीएम खुद गंदे पानी में उतरकर जलनिकासी की व्यवस्था करवाते नजर आए।प्रशासन ने आपात स्थिति को देखते हुए सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।