वाराणसी में छात्रों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और पुलिस की मनमानी के विरोध में आज समाजवादी छात्र सभा ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं का कहना है कि हाल के वर्षों में छात्रों और छात्राओं के खिलाफ अपराधों में तेजी आई है, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ता जा रहा है।समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने आज वाराणसी मुख्यालय पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बारहवीं के छात्र हेमंत पटेल की स्कूल के अंदर गोली मारकर हत्या,
एमएससी की छात्रा अल्का बिंद की गला रेतकर हत्या, और काशी विद्यापीठ के छात्रों पर पुलिसिया दमन जैसी घटनाओं ने छात्र वर्ग को असुरक्षित बना दिया है। छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि जब छात्र अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं तो पुलिस उल्टे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर देती है, जिससे उनका भविष्य चौपट हो जाता है। मार्च 2025 में दो छात्र समूहों की झड़प के बाद तीन छात्रों के साथ संकट मोचन चौकी में मारपीट भी इसी मानसिकता का उदाहरण है। छात्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में छात्र-छात्राओं को सुरक्षित और अनुकूल माहौल देने की ज़रूरत है, ताकि वे बिना डर के शिक्षा प्राप्त कर सकें।