पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे वाराणसी के कई घाटों पर संकट खड़ा हो गया है। प्रत्येक घंटे लगभग 15 से 20 सेंटीमीटर की गति से जलस्तर में बढ़ाव देखा जा रहा है।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए काशी जोन के एडीसीपी सरवणन टी ने ड्रोन कैमरे और जल पुलिस के स्टीमर के जरिए घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि कई घाटों के आपसी संपर्क टूट गए हैं और एक घाट से दूसरे घाट पर जाना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है।
मणिकर्णिका घाट पर शव दहन स्थल तक गंगा का पानी पहुंच गया है, जिससे अंतिम संस्कार में बाधा उत्पन्न हो रही है। वहीं दशाश्वमेध घाट पर आरती अभी घाट की सीढ़ियों के नीचे हो रही है, लेकिन अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो कल से आरती का स्थल भी ऊपर शिफ्ट करना पड़ सकता है।प्रशासन ने नाविकों को चेतावनी दी है और छोटी व चप्पू नावों का संचालन रोक दिया गया है। एडीसीपी सरवणन ने कहा कि माझी समाज के साथ बैठक कर बाढ़ प्रबंधन को लेकर तैयारी की जा रही है। जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें भी घाटों पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।