सड़क और फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले पटरी, रेहड़ी, ठेला दुकानदारों पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट जैसी कठोर धाराएं लगाने के प्रस्ताव को लेकर समाजवादी पार्टी व्यापार सभा ने कड़ा ऐतराज जताया है। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल (अधिवक्ता) ने वाराणसी में एक प्रेसवार्ता कर प्रशासन पर "व्यापारी विरोधी" मानसिकता का आरोप लगाया।जायसवाल ने कहा, "26 जून को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल द्वारा अतिक्रमण पर दुकानदारों पर सख्त धाराएं लगाने की बात न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि छोटे व्यापारियों के जीवन पर सीधा आघात है।" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार व्यापारियों को लगातार नीतिगत हमलों के जरिए परेशान कर रही है—चाहे वह नोटबंदी हो, लॉकडाउन हो, या जीएसटी।
वहीं छोटे दुकानदारों को अपराधियों की तरह पेश करना पूरी तरह गलत है।नाइट मार्केट को बुलडोजर से उजाड़ने की निंदाजायसवाल ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट मार्केट को आधी रात में बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त किए जाने की कड़ी आलोचना की। उन्होंने बताया कि "नगर निगम ने अनुबंधित फर्म श्रेया इंटरप्राइजेज की लापरवाही के कारण गरीब दुकानदारों को खामियाजा भुगतने पर मजबूर कर दिया, जबकि दुकानदारों ने उस फर्म को पैसे देकर दुकानें ली थीं। अब वे सड़क पर आ गए हैं।"
समाजवादी व्यापार सभा की मांगें:
* :गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट की जगह आर्थिक दंड जैसे हल्के विकल्प अपनाए जाएं।
* :अतिक्रमण हटाने से पहले दुकानदारों को पुनः बसाया जाए।
* :प्रशासन व्यापार मंडल पदाधिकारियों से समन्वय बनाकर नीति बनाए।
प्रदीप जायसवाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही नगर आयुक्त और पुलिस आयुक्त से मिलकर इस मुद्दे पर ज्ञापन सौंपेगा।