उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं, जिससे 15 से अधिक मोहल्लों की करीब 5 लाख आबादी पानी से घिर गई है। स्थिति इतनी गंभीर है कि श्मशान घाटों में पानी भर जाने के कारण सड़कों पर अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। भारी बारिश को देखते हुए मिर्जापुर, जौनपुर, सोनभद्र और प्रयागराज के कई इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। राज्य भर के सभी 75 जिलों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने 26 जिलों में बहुत भारी बारिश और 49 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। साथ ही, तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। बुधवार को प्रदेश के 56 जिलों में औसतन 14.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 53% अधिक है। वाराणसी में सबसे ज्यादा 78 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। 1 जून से 16 जुलाई तक यूपी में कुल 252.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत 238.9 मिमी से 6% अधिक है। लखनऊ, काशी, प्रयागराज समेत 10 शहरों में रुक-रुक कर बारिश गुरुवार सुबह से लखनऊ, काशी, प्रयागराज समेत 10 से ज्यादा शहरों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे लोगों को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।