पुष्कर तालाब की सफाई का उठाया गया बीड़ा, चला 'जल है तो कल है' अभियान

काशी के जल पुरुष कहे जाने वाले सहायक प्रोफेसर इतिहास विभाग सामाजिक विज्ञान संकाय डॉक्टर अशोक कुमार सोनकर जिन्होंने काशी के कई तालाब, पोखर, बावड़ी, कुंवा आदि को स्वच्छ और निर्मल बनाया। पुष्कर तालाब पर भी अपने सहयोगी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के उपाध्यक्ष डॉक्टर अरविंद कुमार शुक्ला के साथ मिलकर सफाई का बीड़ा उठाया है । सैकड़ों की संख्या में बटुकों और स्थानीय निवासियों को साथ लेकर सर्व प्रथम पुष्कर तालाब की आरती की गई और स्थानीय निवासियों को सपथ दिलाया गया जिसमें डॉक्टर अशोक कुमार सोनकर ने लोगो को जल है तो कल है के बारे में बताया ।

उन्होंने जल संरक्षण एवं जल को दूषित होने से बचाने के लिए कई उपाय बताए उन्होंने लोगों को बताया कि पुराने समय में यही तालाब पोखर बावड़ी कुंवा आदि लोगों की पानी की जरूरतों को पूरा करने के एक मात्र साधन हुआ करते रहे इसी तालाब पोखर बावड़ी और कुंवा से लोग पीने के अलावा कई और काम जैसे पशुओं को नहलाना उनके पीने की जरूरत को पूरा करना और मुख्य रूप से सिंचाई का कार्य किया करते रहे हैं पुराने लोग इन तालाबों आदि की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते थे।वही आगे बात करने पर डाक्टर अशोक कुमार सोनकर ने बताया कि हम लोग विगत 10 वर्षों से एक अभियान जल है तो कल है जिसमें तालाब पोखर बावड़ी कुंवा आदि को बचाने के कर रहे हैं इस कड़ी में हम लोग पुष्कर तालाब पर हैं और प्रत्येक शनिवार को हम लोग तालाब की आरती करेंगे और रविवार को यहां स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।


Post a Comment

Previous Post Next Post