गुरुपूर्णिमा के अवसर पर पातालपुरी मठ में अद्भुत सौहार्द का दृश्य देखने को मिला। मुस्लिम महिलाओं ने जगद्गुरु बालक देवाचार्य की आरती उतारी और तिलक कर स्वागत किया। सैकड़ों मुस्लिमों व आदिवासियों ने दीक्षा लेकर रामपंथ स्वीकार किया।जगद्गुरु ने कहा – “रामपंथ में भेदभाव नहीं, सभी का स्वागत है। धर्म के नाम पर हिंसा करने वाले समाज के लिए अब अस्वीकार्य हैं।”
शिष्यों ने कहा – “हम पूर्वजों की परंपरा से जुड़ने आए हैं, गुरु ही जीवन को बदल सकते हैं।”मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाज़नीन अंसारी ने कहा – “राम के बिना शांति संभव नहीं। गुरु ही अंधकार से निकालकर प्रकाश की ओर ले जाता है।”मठ में गुरुपूर्णिमा पर महाआरती, चरण वंदना व भंडारे का आयोजन हुआ।