वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग से जुड़ा ग्राम सभा रामपुर आज भी पक्की सड़क की सुविधा से वंचित है। गांव का मुख्य संपर्क मार्ग आज तक कच्चा ही है, जिससे ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी योजनाओं में बजट होने के बावजूद अब तक इस सड़क का निर्माण नहीं किया गया।गांव में यादव समाज के लगभग 300 और कहार समाज के 50 लोग रहते हैं। इसके अलावा भूमिहार और ब्राह्मण समाज के किसानों की खेती भी इसी मार्ग पर निर्भर है। ग्रामीणों का कहना है कि यह रास्ता रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही का जरिया है, लेकिन कच्ची सड़क की हालत बेहद खराब है। बरसात के समय यह रास्ता दलदल में बदल जाता है और आए दिन लोग गिरकर घायल हो जाते हैं।
साइकिल, बाइक और पैदल चलने वाले सभी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई दुर्घटनाएं भी इस मार्ग पर हो चुकी हैं। गांव के लोगों का आरोप है कि आसपास की सड़कों की समय-समय पर मरम्मत और नवीनीकरण होता रहता है, कुछ सड़कों की मरम्मत तो उनके खराब होने से पहले ही कर दी जाती है, लेकिन उनके गांव के इस मुख्य मार्ग पर किसी का ध्यान नहीं जाता।स्थानीय निवासी विनोद सिंह, वीरेंद्र यादव, रामाश्रय पांडेय, घनश्याम सिंह, मुंशी प्रजापति और शाहिद समेत कई ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर एसडीएम और जिलाधिकारी पिंडरा से गुहार लगाई है।घनश्याम सिंह ने कहा कि यह समस्या योजनाओं के सही क्रियान्वयन के अभाव और राजनीतिक लाभ-हानि के केंद्रीकरण का नतीजा है, जिसके चलते आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द इस सड़क को पक्का बनाने की मांग की है।