कटेसर के यादव समाज ने वर्ष 1983 से चली आ रही दुग्धाभिषेक परंपरा को इस वर्ष भी श्रद्धा और उत्साह के साथ निभाया। गुरुवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सिर पर दूध से भरी बाल्टियां रखकर ढोल-नगाड़ों की धुन पर पारंपरिक नृत्य करते हुए बाबा विश्वनाथ का रुख किया।
यात्रा कटेसर से प्रारंभ होकर राजघाट, मैदागिन, बुलानाला, चौक, नीचीबाग, ज्ञानवापी, बांसफाटक और गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध घाट पहुंची, जहाँ श्रद्धालुओं ने गंगाजल भरकर डुंडीराज गणेश मंदिर मार्ग से बाबा दरबार तक पहुंचकर दुग्धाभिषेक किया। इस दौरान “हर-हर महादेव” के जयघोष और ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। यात्रा में प्रमुख रूप से राजकुमार यादव, रामनारायण (बाबा जी), श्याम विजय (व्यास जी), विजय यादव (ग्राम प्रधान), रामलखन यादव (पूर्व प्रधान), राजेश यादव, आत्मा पहलवान सहित यादव समाज के कई श्रद्धालु शामिल रहे।