बाढ़ राहत शिविरों का DM व CP ने किया औचक निरीक्षण, राहत कार्यों में तेजी के निर्देश

गंगा के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित वाराणसी के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों और राहत शिविरों का जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने औचक निरीक्षण किया। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने हुकुलगंज स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, चित्रकूट कॉन्वेंट इंटरमीडिएट कॉलेज, और सरैया के प्राथमिक विद्यालय में संचालित राहत शिविरों का दौरा कर राहत व्यवस्था की जमीनी हकीकत का जायजा लिया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार से शिविरों में रह रहे परिवारों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि वे सभी परिवार जो दूसरी या तीसरी मंजिलों पर शरण लिए हुए हैं, उन्हें भी समय पर खाद्य सामग्री और राहत किट उपलब्ध कराई जाए।

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा, "राहत शिविरों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए। लोगों की सुरक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और स्वच्छता में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।"उन्होंने शिविरों में महिला व पुरुष सिपाहियों की समुचित तैनाती, शाम तक शिविर में ही भोजन तैयार कराने, तथा शौचालयों की नियमित साफ-सफाई पर जोर दिया। नगर निगम अधिकारियों को राहत शिविरों में स्वच्छता बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए गए।इसके साथ ही, जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जलभराव वाले क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी-लार्वा और चूने का छिड़काव लगातार कराया जाए, ताकि मच्छरों और जलजनित बीमारियों से बचाव सुनिश्चित हो सके।मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) से फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीमों की तैनाती और राहत शिविरों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने को भी प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि वे बाढ़ प्रभावित लोगों से सीधे संवाद करें, उनकी समस्याओं को मौके पर ही सुलझाएं और राहत कार्यों की प्रगति पर लगातार नजर बनाए रखें।यह निरीक्षण ऐसे समय हुआ है जब वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है और करीब 3000 परिवार प्रभावित हो चुके हैं। प्रशासन की सक्रियता से प्रभावितों को काफी राहत मिल रही है।




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