मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में उस समय सनसनी फैल गई जब कारगिल युद्ध का एक पूर्व सैनिक ज़हर खाकर दरबार में पहुँच गया। इस अप्रत्याशित घटना ने पूरे परिसर में अफरा-तफरी मचा दी। सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए पूर्व सैनिक को काबू में लिया और तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुँचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।पूर्व सैनिक ने जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों के सामने खुलकर आरोप लगाया कि क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक द्वारा करोड़ों रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। लगातार हो रही इस कथित वसूली और मानसिक उत्पीड़न से त्रस्त होकर उसने यह चरम कदम उठाया। पूर्व सैनिक ने कहा कि उसकी आवाज़ लंबे समय से दबाई जा रही थी और शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
इस घटना ने न सिर्फ जनता दरबार में मौजूद लोगों को झकझोर दिया बल्कि पूरे प्रशासन को भी सकते में डाल दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। वहीं पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है और आरोपों की सच्चाई की पुष्टि के लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।पूर्व सैनिक की हालत फिलहाल नाज़ुक बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उसकी देखभाल में लगी हुई है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आमजन और पूर्व सैनिकों तक की समस्याओं के समाधान के लिए बने जनता दरबार में भी शिकायतकर्ताओं को न्याय पाने के लिए ऐसे कठोर कदम क्यों उठाने पड़ रहे हैं।