प्रयागराज में जन्माष्टमी से पहले पूरे शहर में उत्सव जैसा माहौल रहा। बाजारों से लेकर मंदिरों और स्कूलों तक राधा-कृष्ण की भव्य झलक देखने को मिली।चौक, कटरा, सिविल लाइंस और तेलियरगंज जैसे इलाकों के बाजार सजावट से जगमगाते दिखे। राधा-कृष्ण की पोशाकें, मोतियों से जड़े मुकुट, झूले और बांसुरी खरीदने के लिए भीड़ उमड़ी रही। ₹350 से ₹5,000 तक की रेंज में कपड़े और सजावटी सामान उपलब्ध थे। वहीं मुंबई से आए खास सिल्क परिधान और मोरपंख वाले डिजाइन लोगों को खूब भाए।नर्सरी और प्राइमरी स्कूलों में बच्चों ने राधा-कृष्ण का रूप धारण कर मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं।
कहीं भजन-नृत्य हुए तो कहीं रंग-बिरंगे मंचन। बच्चों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब साझा किए गए।ISKCON, नारायणी आश्रम, कटरा स्थित राधा कृष्ण मंदिर और पुलिस लाइन के मंदिरों में भव्य सजावट की गई। ISKCON में चार दिन का सांस्कृतिक उत्सव आयोजित हुआ जिसमें भगवान का शृंगार, अभिषेक, भजन-कीर्तन और शोभायात्रा मुख्य आकर्षण रहे। भीड़ को देखते हुए ड्रोन, CCTV और PAC की मदद से सुरक्षा व्यवस्था की गई।घर-घर में सजावट, पालनों पर सजे नन्हे कान्हा और मंदिरों की रोशनी ने जन्माष्टमी से पहले ही पूरे प्रयागराज को भक्तिमय और रंगीन बना दिया।