इलाहाबाद हाई कोर्ट की सख्ती और सरकारी अभियान के बावजूद भी प्रयागराज में सरकारी डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस जारी है। ताजा मामला स्वरूप रानी नेहरू (SRN) अस्पताल के डॉ. राजुल अभिषेक से जुड़ा है।प्राइवेट अस्पताल में तीन लाख लेकर किया ऑपरेशन सोरांव तहसील के कासिमपुर झरहा गांव के रहने वाले पशु चिकित्सक मुकेश कुमार यादव (कैंसर मरीज) का ऑपरेशन डॉ. राजुल अभिषेक ने शहर के मोहक अस्पताल में किया। मृतक की पत्नी किरन यादव का आरोप है कि डॉक्टर ने उनसे कहा –“SRN में ऑपरेशन एक महीने बाद होगा, प्राइवेट अस्पताल में तुरंत कर देंगे, तीन लाख लगेंगे।”
परिजन मजबूरी में मोहक अस्पताल पहुंचे। शुक्रवार को ऑपरेशन हुआ, लेकिन ऑपरेशन के बाद मुकेश की हालत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पत्नी का कहना है कि मरीज को प्राइमरी स्टेज का माउथ कैंसर था और इलाज से ठीक हो सकते थे। लेकिन लालच में प्राइवेट अस्पताल ले जाकर ऑपरेशन किया गया, जिससे जान चली गई।मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वी.के. पांडेय ने सफाई दी कि डॉ. राजुल अभिषेक कांट्रेक्ट बेस पर कार्यरत हैं और उन्हें प्राइवेट प्रैक्टिस की अनुमति है। इसलिए संस्थान स्तर से उनके खिलाफ कोई विशेष कार्रवाई नहीं की जा सकती।