मालेगांव बम विस्फोट मामले में कई आरोपित हिंदुओं के बरी होने के बाद एक बार फिर "भगवा आतंकवाद" शब्द को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। हिंदू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने आरोप लगाया कि यह शब्द कांग्रेस की हिंदू-विरोधी मानसिकता का परिणाम था, जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करना था।
शिंदे के अनुसार, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने अब "सनातन आतंकवाद" शब्द का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, जबकि "सनातन", "हिंदू", "वैदिक", "आर्य" और "भगवा" सभी एक ही सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धारा के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि भगवा रंग भारत की संत-ऋषि परंपरा का प्रतीक है और विश्व कल्याण की भावना से जुड़ा है। उन्होंने हिंदू समाज से आह्वान किया कि ऐसे शब्दों और आरोपों का सशक्त विरोध किया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी भारत और हिंदू धर्म के खिलाफ षड्यंत्र न कर सके।