गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और इस साल तीसरी बार चेतावनी स्तर पार कर गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का मौजूदा जलस्तर 70.35 मीटर दर्ज किया गया है, जो कि चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से ऊपर है। जलस्तर इस समय लगभग 2.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है, जबकि डेंजर लेवल 71.262 मीटर है।सामने घाट और मारुति नगर के इलाके में सैकड़ों परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर निगम की सफाई में अनियमितता और कचरे के न उठाए जाने के कारण डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ गया है।गंगा घाटों पर धार्मिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा है। पूर्णिमा स्नान और पूजा करने आए श्रद्धालुओं को घाटों पर बैठने के बजाय गलियों और सड़कों पर पूजा करनी पड़ी।
अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट और अन्य प्रमुख घाट जलमग्न होने के कारण स्नान और पूजा की परंपराओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों से नदियों के किनारे और निचले इलाकों में न जाने की अपील की है। बचाव दल और एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण प्रशासन और स्थानीय लोगों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है।