प्रयागराज में BJP नेता रणधीर यादव की हत्या ने पूरे शहर को दहला दिया है। जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया, उसने इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। रेलवे ट्रैक पर टुकड़ों में मिली लाश ने पुलिस को शुरुआत में गुमराह किया और मामला हादसा प्रतीत हुआ। लेकिन जैसे-जैसे जांच की परतें खुलती गईं, वैसे-वैसे दोस्ती, धोखा और शक की सबसे भयावह कहानी सामने आती गई।पुलिस की जांच में पता चला कि रणधीर यादव का कातिल कोई अजनबी नहीं बल्कि उसका सबसे करीबी दोस्त राम सिंह ही है। दोनों के बीच वर्षों से गहरी दोस्ती थी, लेकिन इसी दोस्ती में शक का जहर घुला और अंततः उसने खून का रूप ले लिया। पुलिस ने जब रणधीर का मोबाइल खंगाला तो उसमें राम सिंह की पत्नी अंजली यादव की आपत्तिजनक तस्वीरें मिलीं। इन्हीं तस्वीरों ने इस हत्या की जड़ तैयार की। तस्वीरें देखकर राम सिंह का गुस्सा बेकाबू हो गया और उसे लगा कि उसकी पत्नी और दोस्त के बीच अवैध संबंध हैं।गुस्से में पागल राम सिंह ने रणधीर से बहस शुरू की। बहस इतनी बढ़ी कि उसने उसे गालियां दीं, थप्पड़ मारे और फिर मौत के घाट उतार दिया। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। हत्या के बाद राम सिंह ने ऐसी हैवानियत दिखाई जिसने सभी को अंदर तक हिला दिया। उसने शव के 8 टुकड़े कर डाले और उन्हें रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। इतना ही नहीं, वह करीब दो घंटे तक ट्रैक के पास बैठा रहा ताकि ट्रेन शव को पूरी तरह कुचल दे और कोई सबूत बाकी न रहे। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुद कहा कि “कोई निशान नहीं बचना चाहिए।”इस खौफनाक वारदात ने पूरे प्रयागराज को हिलाकर रख दिया है।
लोग दहशत और आक्रोश में हैं। राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि दोस्ती का ऐसा खौफनाक अंत कैसे हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हत्या सिर्फ शक का नतीजा नहीं बल्कि अवैध संबंधों के शक से उपजी वह आग थी जिसने एक जिंदगी खत्म कर दी और दो परिवारों को तबाह कर दिया।पुलिस ने आरोपी राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और अब पूरे मामले की गहराई से जांच चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल से मिले सबूत और आरोपी के इकबाल-ए-जुर्म के बाद केस लगभग साफ हो गया है। हालांकि पुलिस अब यह भी पड़ताल कर रही है कि क्या वास्तव में रणधीर और अंजली के बीच कोई संबंध था या यह सिर्फ शक की ही कहानी थी।यह सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री प्रयागराज ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रही है। लोग सोशल मीडिया से लेकर गली-मोहल्लों तक इसी घटना पर चर्चा कर रहे हैं। दोस्ती, शक और अवैध संबंधों की यह कहानी आने वाले समय तक अपराध की सबसे खौफनाक मिसाल के रूप में याद रखी जाएगी।