राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सद्भाव और देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से अल-हुदा एजुकेशन सोसाइटी प्रयागराज की ओर से उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी, लखनऊ के सहयोग से हिंदुस्तानी एकेडमी, सिविल लाइंस में एक भव्य मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 2 बजे हुआ, जिसमें प्रदेशभर से आए प्रख्यात शायरों और कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से देशभक्ति, भाईचारे और गंगा-जमुनी तहज़ीब का संदेश दिया।लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सैयद फ़ाज़िल अहसन हाशमी कार्यक्रम के संरक्षक रहे। मुख्य अतिथियोमें डॉ. नाज़ फ़ातिमा, डॉ. मोनिका शर्मा, जनाब सैय्यद मोहम्मद अहमद और जनाब शफाकत अब्बास पाशा शामिल थे। मंच संचालन प्रसिद्ध शायर और संचालक नजीब इलाहाबादी ने किया।मुशायरे में फर्रुख इलाहाबादी, डॉ. नाज़ फ़ातिमा, मेराज अहमद, डॉ. नीलिमा मिश्रा, महफूज़ फूलपुरी, अशरफ लखनवी और खेज़रदार ग़ाज़ीपुरी जैसे नामचीन शायरों और कवियों ने अपने कलाम से समां बांध दिया। सभी ने एक स्वर में प्रेम, एकता और देशभक्ति का संदेश दिया।श्रोताओं ने देश की गंगा-जमुनी संस्कृति और एकता में ही राष्ट्र की शक्ति जैसे संदेशों को सराहा। पूरे आयोजन में साहित्यिक सौहार्द और सांस्कृतिक एकजुटता की झलक स्पष्ट दिखाई दी।
कार्यक्रम को सैय्यद हसन इफ्तिखार आब्दी (कन्वेनर) और इफ्तिखार आलम खान (सह-कन्वेनर) के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। आयोजकों ने कहा कि ऐसे साहित्यिक कार्यक्रम न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देने का माध्यम हैं, बल्कि समाज में प्रेम, शांति और एकता का संदेश फैलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।