प्रयागराज के बहरिया थाना क्षेत्र के धमौर गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ। सात वर्षीय ईशू पाल अपने पिता मनोज पाल के साथ परिषदीय विद्यालय के पास खेल रहा था। अचानक स्कूल का जर्जर लोहे का गेट ढह गया और सीधे ईशू के ऊपर गिर पड़ा। गेट के नीचे दबने से ईशू गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। गांववाले इस हादसे के बाद काफी आहत और नाराज हैं। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में उचित प्रबंध होना चाहिए। इस दर्दनाक घटना के विरोध में उन्होंने फैसला लिया है कि जब तक स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं होता, वे अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद रखेंगे।विद्यालय प्रशासन ने इस घटना को गंभीर लापरवाही मानते हुए प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी देवव्रत सिंह ने इस मामले को बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर चूक बताया है। हालांकि, इस हादसे के बाद भी मृतक के पिता ने अभी तक औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।यह हादसा सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की गंभीर समस्या को उजागर करता है। सवाल उठता है कि क्या हमारे बच्चों की सुरक्षा को पर्याप्त प्राथमिकता दी जा रही है। इस घटना ने न केवल एक परिवार को बर्बाद कर दिया है, बल्कि पूरे समाज को इस विषय पर सोचने पर मजबूर कर दिया है।