काशी हिंदू विश्वविद्यालय के गांधी चबूतरे पर एनएसयूआई बीएचयू इकाई के छात्रों ने आज काली पट्टी बांधकर CJI पर हुए जूता फेंकने की घटना और दलित युवक की हत्या के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा कि ये घटनाएं देश के संवैधानिक मूल्यों, न्याय व्यवस्था और समानता की भावना पर सीधा प्रहार हैं।
उनका कहना था कि जब सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पर हमला होता है, तो यह पूरे न्याय तंत्र की गरिमा को ठेस पहुंचाता है। सुमन आनंद ने कहा कि न्यायपालिका पर हमला लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है, जबकि निर्भय ने दलित युवक की हत्या पर चिंता जताते हुए कहा कि समाज में आज भी समानता और न्याय की सोच पूरी तरह स्थापित नहीं हो पाई है। एनएसयूआई के छात्रों ने यह भी कहा कि उनका यह विरोध किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि उस सोच और व्यवस्था के खिलाफ है जो असहमति की आवाज़ को दबाने का काम करती है। प्रदर्शन में प्रियदर्शन, स्वीटी, रवि, अमन, निशांत, अनुराग, राहुल, वंदना, राणा रोहित सहित सैकड़ों छात्र मौजूद रहे और सबने मिलकर संविधान और न्याय की रक्षा का संकल्प लिया।