वाराणसी में एंटी करप्शन टीम ने एक महिला दरोगा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। दरोगा, सुमित्रा देवी, पर आरोप है कि वह कॉन्स्टेबल के जरिए पैसे ले रही थी। जब टीम ने कार्रवाई की, तो दरोगा ने रौब जमाने की कोशिश की और मामला सेटल करने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसकी एक नहीं सुनी।सूत्रों के अनुसार, एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को जबरन गाड़ी में बैठाकर कैंट थाने ले जाया, जहां उससे और संबंधित कॉन्स्टेबल से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में कॉन्स्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया है। खबर के अनुसार, कॉन्स्टेबल कस्टडी में मुस्कुराते हुए नजर आए।सुमित्रा देवी प्रयागराज की रहने वाली हैं। वे 2010 में दरोगा बनीं और 2010 से 2021 तक लखनऊ के विभिन्न थानों और चौकियों का कार्यभार संभाल चुकी हैं।
2 सितंबर 2021 को उन्हें लखनऊ से वाराणसी ट्रांसफर किया गया। वाराणसी में उन्होंने महिला थाने की प्रभारी निरीक्षक के रूप में काम किया। 28 सितंबर 2023 को उन्हें पुलिस आयुक्त ने राजातालाब थाने का प्रभारी निरीक्षक बनाया, इसके बाद फिर से महिला थाने में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात किया गया।इस मामले में पूछताछ जारी है और आगे की कार्रवाई की जानकारी न्यूज़ अपडेट के माध्यम से दी जाएगी।