प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास की तस्वीर के बीच भिखारीपुर-अखरी मार्ग बदहाल हालात पर आंसू बहा रहा है। लगभग तीन किलोमीटर लंबे इस व्यस्त मार्ग की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि हर दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं।प्रयागराज, मीरजापुर और सोनभद्र से वाराणसी में प्रवेश करने वाले अधिकांश वाहन इसी मार्ग से गुजरते हैं। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे और जलजमाव के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बुधवार को एक टोटो पलटने से चार सवारियां घायल हो गईं, जिसमें एक महिला की गोद से तीन माह का शिशु भी गिर गया।स्थानीय लोगों का कहना है कि 15 महीनों से सड़क की मरम्मत नहीं हुई। प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान सड़क पर केवल गिट्टी डालकर अस्थायी मरम्मत की गई थी, जिसे बारिश ने कुछ ही दिनों में बहा दिया।इस मार्ग पर सैकड़ों दुकानें, बैंक, स्कूल, अस्पताल, मैरेज लॉन और पेट्रोल पंप स्थित हैं, परंतु जलनिकासी की व्यवस्था न होने से सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। चार वर्ष पूर्व बनाई गई सड़क और फुटपाथ की गड़बड़ी उजागर होने पर विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने पैदल निरीक्षण कर जेई के खिलाफ कार्रवाई भी कराई थी, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है।इसके अलावा, सवा करोड़ की लागत से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों में से आधी से अधिक खराब हो चुकी हैं।
सड़क किनारे ठेले और अतिक्रमण के कारण लोगों का चलना भी मुश्किल हो गया है।स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मार्ग शहर का प्रमुख प्रवेश द्वार है, लेकिन उसकी हालत किसी ग्रामीण कच्चे रास्ते से भी बदतर है। लोगों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग से सड़क की तत्काल मरम्मत, जलनिकासी सुधार और अतिक्रमण हटाने की मांग की है।