आस्था की नगरी वाराणसी की महिला बंदियों ने इस दिवाली एक अनोखा और प्रेरणादायक पहल की है। जिला कारागार में बंदियों ने गाय के गोबर और गंगा की पवित्र मिट्टी से दीये बनाए हैं, जो इस वर्ष प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या को रौशन करेंगे।जेल प्रशासन के मार्गदर्शन में पिछले एक सप्ताह से यह काम चल रहा है। दीयों को बनाने में किसी भी रासायनिक तत्व का प्रयोग नहीं किया गया है, जिससे ये पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ बनें हैं। यह पहल न केवल दिवाली को 'ईको-फ्रेंडली' बनाने का संदेश दे रही है, बल्कि बंदियों के सकारात्मक पुनर्वास और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।
जिला जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने महिला बंदियों की इस पहल की सराहना करते हुए कहा, "यह सिर्फ दीये बनाने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह दो महान आस्था केंद्रों को जोड़ने और बंदियों के जीवन में आशा की रौशनी भरने का संदेश है।"