कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि, जिसे अक्षय नवमी के रूप में जाना जाता है, जागृति फाउंडेशन के तत्वावधान में अस्सी स्थित गोयनका संस्कृत विद्यालय परिसर में आंवले के वृक्ष का विधिवत पूजन-अर्चन किया गया।संस्था के महासचिव रामयश मिश्र द्वारा 19 वर्ष पूर्व लगाया गया आंवले का पौधा अब वृक्ष का रूप ले चुका है। इसी वृक्ष का विधि-विधान से पूजन कर देश के सुख, समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण की कामना की गई।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि लोक भूषण सम्मान से सम्मानित साहित्यकार डॉ. जयप्रकाश मिश्र, विशिष्ट अतिथि स्वदेशी जागरण मंच की काशी प्रांत संयोजिका कविता मालवीय तथा संस्था के महासचिव रामयश मिश्र ने संयुक्त रूप से पूजा एवं आरती कर किया।इस अवसर पर डॉ. जयप्रकाश मिश्र ने कहा कि “अक्षय नवमी के दिन किया गया हर शुभ कार्य अक्षय और अमर हो जाता है, इसलिए हमें इस दिन सत्कर्म करने चाहिए।
कविता मालवीय ने कहा कि “आंवला वृक्ष भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप माना जाता है, और इनके पूजन से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।”संयोजक रामयश मिश्र ने कहा कि “अक्षय नवमी पर वृक्ष पूजन के माध्यम से समाज से अपील की जा रही है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए। हमारी सनातन संस्कृति में ऋषि-मुनियों ने पेड़, पौधे, नदियों और प्रकृति को देवतुल्य माना है — हमें इन्हें बचाने के लिए आगे आना चाहिए।”कार्यक्रम में जाह्नवी सिंह, योगाचार्य विनय कुमार मिश्र, सत्यांशु जोशी, विवेक त्रिपाठी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

