वारदात के 8 महीने बाद भी घर सन्नाटे में डूबा जिस घर में नीले ड्रम से मुस्कान का शव मिला था, वह आज भी वीरान पड़ा है। मोहल्ले में लोग बताते हैं कि घटना के बाद से कोई भी उस प्रॉपर्टी को खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।मकान का बोर्ड कई बार लगा, हर बार खरीदार पीछे हटे स्थानीय लोगों के मुताबिक मकान मालिक ने कई बार सेल का बोर्ड लगाया, लेकिन जैसे ही लोग घर का इतिहास जानते, बातचीत वहीं रुक जाती।
पास-पड़ोस भी आज तक उस घर के पास से गुजरते समय ठिठक जाता है।मनहूसियत की बात फैल गई, कीमत भी घटाई फिर भी डील नहींप्रॉपर्टी की कीमत तक कम कर दी गई, लेकिन ‘मनहूस’ और ‘कुख्यात घर’ की छवि खरीददारों को डरा रही है। घटना की यादें इतनी गहरी हैं कि लोग रात में उसके सामने खड़े होने से भी परहेज़ करते हैं।मोहल्ले में आज भी डर और चर्चा कायम आसपास के घरों में रहने वालों का कहना है कि रात होते ही वहां अजीब-सा सन्नाटा छा जाता है। लोग कहते हैं— “जिस घर में इतना बड़ा हादसा हुआ, वहां कौन रहेगा?”

