लक्सा गिरिजाघर से गोदौलिया तक मार्ग को प्रशासन द्वारा अचानक बंद किए जाने के विरोध में दशाश्वमेध व्यापार मंडल की महत्वपूर्ण बैठक दशाश्वमेध स्थित एक प्रतिष्ठान में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष सुरेश तुलस्यान ने की। व्यापारियों ने एकस्वर में प्रशासन के एकतरफा निर्णय पर नाराजगी जताई और इसे व्यापार तथा जनसुविधा दोनों के लिए गंभीर बताया।बैठक में व्यापारियों ने कहा कि गोदौलिया पूर्वांचल का सबसे पुराना एवं महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्र होने के साथ काशी का हृदय स्थल भी है।
प्रतिदिन लाखों की संख्या में तीर्थयात्री, पर्यटक और स्थानीय लोग इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। शादी-विवाह के सीजन में बाजारों में रौनक लौट ही रही थी कि अचानक बिना किसी पूर्व सूचना और बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया, जिससे व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।व्यापारियों ने आरोप लगाया कि मार्ग बंद करने के साथ किसी वैकल्पिक रूट की व्यवस्था तक नहीं की गई, जिससे काशीवासी, तीर्थयात्री और पर्यटक यह समझ नहीं पा रहे कि बाबा विश्वनाथ मंदिर, मां अन्नपूर्णा, मां गंगा और दशाश्वमेध के बाजारों तक कैसे पहुंचें। व्यापारियों ने कहा कि विकास के नाम पर काशी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है और नागरिक इस अव्यवस्था से बेहद पीड़ित हैं।बैठक में यह भी कहा गया कि चूंकि सोनारपुरा और चौक मार्ग पहले से ही काफी हद तक प्रतिबंधित हैं, इसलिए गोदौलिया–दशाश्वमेध मार्ग का खुलना बेहद आवश्यक है।
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