सपा वरिष्ठ नेता आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म को कोर्ट ने एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। फर्जी जन्मतिथि दिखाकर पासपोर्ट बनवाने के मामले में अदालत ने 7 साल की सजा सुनाई है। इससे पहले भी अब्दुल्ला पर गलत जन्मतिथि का उपयोग कर चुनाव लड़ने और दस्तावेज़ों में हेरफेर करने के कई आरोप लग चुके हैं।अदालत में पेश सबूतों से यह स्पष्ट हुआ कि अब्दुल्ला आज़म ने आधिकारिक दस्तावेज़ों में जन्मतिथि बदलकर पासपोर्ट हासिल किया था।
इस मामले में की गई जांच में कई विसंगतियां सामने आईं, जिसके बाद अदालत ने इसे गंभीर अपराध माना।जानकारी के मुताबिक, चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक आयु सीमा पूरी न होने पर गलत जन्मतिथि दिखाने, फर्जी दस्तावेज़ लगाने और आधिकारिक अभिलेखों में फेरबदल जैसी बातें अब्दुल्ला के खिलाफ पहले भी सामने आती रही हैं। अदालत ने कहा कि “पद और पहचान का दुरुपयोग कर कानून से खिलवाड़ किया गया”, इसलिए कठोर सजा दी जा रही है।इस फैसले के बाद अब्दुल्ला आज़म की कानूनी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। वहीं, सपा खेमे में इस सजा को लेकर हलचल मच गई है। उनके वकील ने फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करने की बात कही है।

