काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सड़क हादसे में छात्र सोनू की असामयिक मौत से पूरे परिसर में शोक की लहर दौड़ गई है। इस हृदयविदारक घटना के बाद रविवार की शाम विश्वविद्यालय के छात्रों ने विश्वनाथ मंदिर से मुख्य द्वार (सिंहद्वार) तक कैंडल मार्च निकालकर मौन रख दिवंगत छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित की।कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इस दौरान सभी ने मोमबत्तियां जलाकर दो मिनट का मौन रखा और सोनू की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
छात्रों का कहना था कि सोनू एक मिलनसार, अनुशासित और होनहार छात्र थे, जिनकी असमय मृत्यु ने पूरे विश्वविद्यालय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है।कैंडल मार्च में शामिल दीपक सिंह ने बताया कि सोनू बीएचयू के फिजिकल एजुकेशन विभाग के छात्र थे और मूल रूप से राजस्थान के निवासी थे। वे विश्वविद्यालय के बिरला ‘सी’ हॉस्टल में रहकर अध्ययन कर रहे थे।बताया कि 14 दिसंबर की रात करीब 1:30 बजे, दीक्षांत समारोह से ठीक पहले, कुलपति आवास के सामने सोनू की बाइक अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई।
हादसा इतना गंभीर था कि सोनू गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।इस घटना से आहत छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से परिसर में यातायात व्यवस्था और सड़क सुरक्षा को और सुदृढ़ करने की मांग की। छात्रों का कहना है कि बीएचयू परिसर में वाहनों की आवाजाही अधिक होने के कारण आए दिन हादसों की आशंका बनी रहती है, जिसे देखते हुए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।

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