बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग की दो वर्षीय बीपीएड और एमपीएड डिग्रियों को नवोदय विद्यालय समिति और केंद्रीय विद्यालय संगठन की भर्तियों में फिर से मान्यता दे दी गई। निर्णय के बाद बीएचयू परिसर में छात्रों में उत्साह और राहत का माहौल है।कुछ दिनों पहले जारी नवोदय विद्यालय की भर्ती अधिसूचना में दो वर्षीय बीपीएड कार्यक्रम को अमान्य घोषित कर दिया गया, जिसके विरोध में बीएचयू के छात्रों ने कुलपति आवास के बाहर करीब छह घंटे धरना दिया।
छात्रों ने इसे अनुचित बताते हुए तुरंत सुधार की मांग की थी।छात्रों के आंदोलन के बाद बीएचयू प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसी शाम बीएचयू के दो छात्र और दो शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को नई दिल्ली भेजा। शिक्षा मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद नया नोटिफिकेशन जारी किया गया, जिसमें दो वर्षीय बीपीएड और एमपीएड को मान्यता बहाल कर दी गई।निर्णय के बाद कैंपस में खुशी की लहर दौड़ गई। छात्रों ने बीएचयू कुलपति, डीन, रजिस्ट्रार, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और शिक्षा मंत्रालय के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से अब उनके करियर का रास्ता फिर से सुगम हो गया।

