मैथिल समाज, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित 15वां दो दिवसीय महाकवि विद्यापति महोत्सव नागरीप्रचारिणी सभा में भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ सम्पन्न हुआ। महोत्सव के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र एवं स्टाम्प व निबंधन मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने महाकवि विद्यापति के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। संस्था अध्यक्ष निरसन कुमार झा (एडवोकेट) ने अतिथियों का पारंपरिक सम्मान किया।
मुख्य अतिथि डॉ. दयाशंकर मिश्र ने कहा कि मिथिला प्राचीन काल से ज्ञान-विज्ञान का केन्द्र रही है और गौतम ऋषि, याज्ञवल्क्य, चाणक्य, मंडन मिश्र जैसे महापुरुषों की भूमि ने देश को बौद्धिक दिशा दी—“मिथिला ज्ञान का प्रकाश पुंज है।” सांस्कृतिक सत्र में पं. डॉ. विजय कपूर, झारखंड की गायिका ज्योति मिश्र और बिहार के सुशील साहिल की सुमधुर प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
वृष्टि चक्रवर्ती व सुरभि के निर्देशन में ‘जय-जय भैरवी’, ‘जट-जटिन’, ‘सामा-चकैबा’ पर भावपूर्ण नृत्य विशेष आकर्षण रहा।कार्यक्रम का संचालन गौतम कुमार झा (एडवोकेट) ने किया, स्वागत निरसन कुमार झा तथा धन्यवाद ज्ञापन दास पुष्कर ने किया। बड़ी संख्या में साहित्यप्रेमी, कलाकार और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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