प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विशाल प्रतिमाओं का अनावरण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले देश में केवल एक परिवार की मूर्तियां और उसी का गौरव-गान किया जाता था, लेकिन आज हर महापुरुष और हर विभूति को सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति के योगदान को सम्मान देने का कार्य किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा दिल्ली के कर्तव्य पथ पर स्थापित है। अंडमान-निकोबार में जहां नेताजी ने तिरंगा फहराया था, वहां भी उनकी प्रतिमा लगी है। उन्होंने कहा कि एक समय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की विरासत को मिटाने का प्रयास किया गया था। दिल्ली के शाही परिवार ने इसे भुलाने की कोशिश की और यहां समाजवादी पार्टी ने भी ऐसा ही किया, लेकिन भाजपा ने बाबा साहेब की विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने का काम किया।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल देश की भावी पीढ़ियों को राष्ट्रसेवा और त्याग की प्रेरणा देगा। यहां स्थापित प्रतिमाएं देश के महान विचारकों और नेताओं के विचारों को जीवंत रखेंगी।
गौरतलब है कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल में पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फीट ऊंची प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। प्रत्येक प्रतिमा का वजन लगभग 42 टन है। यह प्रेरणा स्थल लगभग 65 एकड़ क्षेत्र में 230 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। इसका निर्माण वर्ष 2022 में शुरू हुआ था।कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आम नागरिक उपस्थित रहे।

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