दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ की टीम हंगामा ओटीटी अवॉर्ड्स में शामिल हुई। इस दौरान पूरी टीम ने न सिर्फ फिल्म के बारे में बात की, बल्कि धर्मेंद्र के साथ बिताए पलों को भी भावुक होकर याद किया। फिल्म के लीड एक्टर और अमिताभ बच्चन के नातिन अगस्त्य नंदा कार्यक्रम के दौरान बेहद भावुक दिखाई दिए।अभिनेता जयदीप अहलावत ने धर्मेंद्र संग अपने अनुभवों को याद करते हुए कहा, “जब वो सेट पर आते थे, माहौल को बहुत सहज बना देते थे। फिल्म में जो किरदार उन्होंने निभाया है, वह आसान नहीं था। अरुण खेत्रपाल के पिता का किरदार निभाना एक बहुत बारीक और संवेदनशील काम था, जिसे उन्होंने शानदार ढंग से निभाया।
मेरे लिए यह फिल्म बहुत खास है क्योंकि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला।”अगस्त्य नंदा ने भी भावुक होते हुए कहा, “इस फिल्म के लिए जो प्यार वो डिजर्व करते हैं, उसे वो देख नहीं पाए... यह हमारे लिए बहुत इमोशनल है।”फिल्म निर्माता दिनेश विजन ने भी धर्मेंद्र को याद करते हुए कहा, “मेरी खुशकिस्मती है कि मुझे उनके साथ दो फिल्में करने का मौका मिला—‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ और ‘इक्कीस’। वह अपनी तरह के आखिरी इंसान थे। सभी उनसे प्यार करते थे क्योंकि वह हर किसी में दिलचस्पी लेते थे।उन्होंने एक किस्सा सुनाते हुए कहा, “एक बार वह लिफ्ट के बाहर इंतजार कर रहे थे और लिफ्टमैन से बातें कर रहे थे। अपनी व्यस्त जिंदगी में भी वो एक आम आदमी की कहानी में रुचि लेते थे। लोगों की फिक्र कर उन्होंने यह प्यार कमाया।”धर्मेंद्र को याद करते हुए टीम के सभी सदस्यों की आंखें नम थीं, और सभी ने माना कि ‘इक्कीस’ कलाकार और इंसान दोनों रूप में धर्मेंद्र की विरासत को और मजबूत करती है।

