विश्व धरोहर दिवस के अवसर राज्य संरक्षित स्मारक गुरुधाम मन्दिर परिसर में क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई, वाराणसी के द्वारा शिल्प सृजन, वाराणसी संस्था एवं इन्टैक, वाराणसी अध्याय, वाराणसी के सहयोग से स्मारकों पर आधारित छायाचित्र एवं पेटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।स्मारकों में गुरुधाम मन्दिर, बत्तीस खम्भां रेलवे यार्ड, बत्तीस खम्भा, बकरिया कुण्ड, कर्दमेश्वर महादेव मन्दिर, कन्दवा, सारनाथ मन्दिर, लवक, मीरजापुर, चुनार किला, हुलास खेड़ा के छायाचित्र तथा पेटिंग में भारत के सात धरोहर, प्राकृतिक बूदें, घाट, ऐबस्ट्रैक्ट, दक्षिण भारत की संस्कृति, मुखौटे, फूल और पत्तियों का समावेश तथा प्राकृतिक विरासतों का भी प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनी में पंचबहादुर, सुदीप्तों नारायण मुंशी, श्रेया भट्टाचार्या, गार्गी चटर्जी, सुभो घोष के फोटो तथा सोमा चक्रवर्ती, तनुश्री रॉय, पिन्टु कुन्डु, गनेश वेकंट, प्रीति सिंह की पेटिंग प्रदर्शित की गई जिसे लोगो ने खुब सराहा।
इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में प्रो० मारूति नन्दन प्रसाद तिवारी, पूर्व विभागध्यक्ष, कला इतिहास विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, एवं प्रो० विजय सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष, दृश्य कला संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, ने विचार व्यक्त करते हुये अपनी मूर्त अमूर्त दोनो प्रकार की विरासतों को संरक्षित कर इन्हे भावी पीढ़ी एवं अन्य जनमानस में प्रचारित-प्रसारित करने पर बल दिया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रो० मारूति नन्दन प्रसाद तिवारी एवं प्रो० विजय सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।कार्यक्रम का संयोजन तथा अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी, वाराणसी डॉ० सुभाष चन्द्र यादव ने किया।