वाराणसी में पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हमले के केस में आज सुनवाई होगी। विशेष न्यायाधीश MP/MLA अवनीश गौतम की कोर्ट में गोसाईगंज विधायक अभय सिंह की पेशी होगी। केस के दूसरे आरोपी विनोद सिंह को भी कोर्ट ने तलब किया है। MP/MLA में इस मामले में अभियोजन व बचाव पक्ष की तरफ से नामित किए गए गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है। मंगलवार को इस मामले में अभय सिंह का बतौर आरोपी CRPC 313 का बयान दर्ज करने के लिए तारीख तय की गई है, इसमें आरोपी को अपनी सफाई गवाही करनी है। अभय सिंह और आरोपी विनोद सिंह की गवाही अदालत में होगी। बता दें कि वारदात में घायल धनंजय सिंह ने वर्तमान में विधायक अभय सिंह और विनीत सिंह समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था
अभय सिंह अधिवक्ता अनुज यादव के साथ
2002 में नदेसर में हुई थी वारदात
तत्कालीन विधायक धनंजय सिंह रारी जौनपुर अपने साथियों के साथ सफारी गाड़ी से परिवार के सदस्य रामजी सिंह की पत्नी को कबीरनगर अस्पताल से देखकर वापस जौनपुर लौट रहे थे। तभी 4 अक्टूबर 2002 की शाम छह बजे जैसे ही नदेसर स्थित टकसाल सिनेमाहाल के पास पहुंचे तभी वहा टाटा सफारी और एक बोलेरो पहले से ख़डी थी।
जिनमें अभय सिंह राजेपुर महराजगंज फ़ैजाबाद निवासी 4-5 साथियों के साथ इन गाड़ियों से स्वचालित असलहे रायफल बंदूक लिए उतरे, अभय सिंह ने ललकारते हुये कहा की यही धनंजय सिंह मारो और हाथ में लिए पिस्टल से जान से मरने कि नियत से गोली चलाने लगे। गाड़ी सामने ख़डी कर दी तभी बोलेरो से एक आदमी उतरकर फायर करने लगा बाजार में भगदड़ मच गई।
सभी उधर उधर भागने लगे दुकानें बंद करने गले। साथ में रहे गार्ड ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई उसके साथियों ने भी गोली चलाई जिसमे धनंजय सिंह घायल हो गए, जितेंद्र बहादुर सिंह, संतोष सिंह, गनर बासुदेव पाण्डेय था। ड्राईवर दिनेश गुप्ता अभय सिंह एवं उसके साथियों द्वारा गोली चलाने से घायल हो गए। बयान दिया गया कि पुलिस की गाड़ी आ गई, इस दौरान अभय व उसके साथी अपने वाहनों से भाग गए।
पूर्व सांसद ने बताया छात्र जीवन से रंजिश
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने तहरीर में बताया था कि अभय से छात्र जीवन से ही रंजिश है कई बार मरने की कोशिश कर चुका है। अभय व उसके साथियों को पहचाना है। सामने देखकर पहचानने की बात कहीं, आरोप लगाया कि अभय सिंह का यूपी में आतंक है। व्यापारियों से रंगदारी वसूलता है। भाड़े पर हत्या करता व करवाता है, घटनास्थल पर मौजूद पुलिस वालों ने सिंह मेडिकल रिसर्च सेंटर में भर्ती करवाया।