दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इंक्वायरी नोटिस देने पहुंची है। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने अंदर घुसने नहीं दिया है।सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने आरोप लगाया था कि बीजेपी दिल्ली में ऑपरेशन लोटस 2.0 चलाने की कोशिश कर रही है और AAP के सात विधायकों को 25 करोड़ रुपए का लालच देकर दिल्ली सरकार गिराने की कोशिश की।बीजेपी ने इन आरोपों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी। इस मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को दिया गया है। जब तक मुख्यमंत्री केजरीवाल खुद पर्सनल तौर पर नोटिस रिसीव नहीं करेगे तब तक क्राइम ब्रांच की टीम सीएम हाउस पर मौजूद रहेगी।बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आखिरकार दिल्ली पुलिस को केजरीवाल के घर जाना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने का प्रयास किया गया।देश को और पुलिस को सबूत देने ही चाहिए।केजरीवाल अपने शराब के घोटाले को बचाने के लिए बीजेपी पर झूठे आरोप लगाते हैं।
वे भ्रष्टाचार भी करते हैं और झूठ भी बोलते हैं।केजरीवाल के आरोप लगाने पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि इससे पता चलता है कि केजरीवाल राजनीतिक रूप से कितने हताश हो गए हैं। उनका यह निराधार आरोप खुद को राजनीतिक तौर पर जिंदा रखने की कोशिश है।यह आरोप कि बीजेपी दिल्ली में 70 में से 62 विधायकों वाली सत्तारूढ़ AAP के विधायकों को तोड़ना चाहती है, उसके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।बीते दिन भी क्राइम ब्रांच की टीम सीएम केजरीवाल के घर पहुंची थी। दिल्ली पुलिस के नोटिस में केजरीवाल से उनकी ओर से लगाए गए आरोपों के सबूत देने को कहा गया है।पुलिस दिल्ली की मंत्री आतिशी के आवास पर भी गई थी, लेकिन न तो केजरीवाल मौजूद थे और न ही आतिशी मिलीं।पिछले हफ्ते केजरीवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट कर दावा किया था कि उनकी पार्टी के सात विधायकों से बीजेपी ने संपर्क किया था।बीजेपी ने तुरंत उनके आरोपों को बेबुनियाद बताया।केजरीवाल के आवास पर पुलिस ऐसे समय पहुंची है जब वह शराब घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं।केजरीवाल ने एजेंसी की ओर से भेजे गए पांच समन को गैरकानूनी बताया है और उसके सामने पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं। पार्टी लगातार कह रही है कि केंद्र की सरकार उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले गिरफ्तार करवाना चाहती है। वहीं, AAP और बीजेपी के बीच एक और टकराव का बिंदु चंडीगढ़ मेयर चुनाव बना हुआ है।AAP ने जहां मेयर चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को राजधानी में प्रदर्शन किया, वहीं बीजेपी ने भी केजरीवाल सरकार के ‘भ्रष्टाचार’ के कारण उनके इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।