बाबा भोले की प्रिय नगरी काशी मे शिव पार्वती विवाह की परंपरा का निर्वहन हुआ शहर के विभिन्न क्षेत्रों से शिव बारात निकाली गई। कई प्रकार के भेष धारण किए श्रद्धालु इस बारात में शामिल होते हैं। शिव पार्वती विवाह में कुछ लोग बाराती तो कुछ घराती बनते हैं।
ऐसे में परंपरा के अनुसार शिव बारात में शामिल शिव भक्त और गण लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। भूत पिशाच बेताल नंदी भृंगी श्रृंगी का रूप धरे लोग बाबा की बारात में शामिल हुए और बैंड बाजे और भक्ति गीतों की धुन पर झूमते नाचते दिखे। महाशिवरात्रि के पर्व पर पूरी काशी शिवमय रही।
सोनारपुर स्थित तिल भांडेश्वर महादेव मंदिर में मंगला आरती होने के बाद भक्तों के दर्शन पूजन का क्रम शुरू हुआ। वही एक और भक्तों के दर्शन पूजन का क्रम जारी रहा तो दूसरी ओर बाबा की भव्य बारात निकाली गई जिसमें विभिन्न झांकियां शामिल रहे जो की भक्ति गीतों पर नाचते झूलते बाबा के गगन भेदी जयकारे लगाते चल रही थी ।
इस मौके पर शिवजी का विहंगम दृश्य दिखा और काली जी गणेश जी कार्तिकेय जी की भी झांकी शामिल रही। इसी कड़ी मे मृत्युंजय महादेव सामनेघाट से भी बाबा की कई झांकियां निकली जिसमे हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।