महाशिवरात्रि पर शिवमय हुई काशी, विश्वनाथ मंदिर सहित समस्त मंदिरों में लाखों शिव भक्तों ने लगाई हाजरी

 बाबा भोले की नगरी काशी में महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। पुरी काशी बाबा के भक्ति में रंगी नजर आए। एक और शहर के सभी मंदिरों शिवालियों में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा तो वहीं दूसरी ओर शिव पार्वती विवाह उत्सव की धूम रही।

महाशिवरात्रि पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में भोर के साढ़े 3 बजे से ही झांकी दर्शन चल रहा है। मंदिर वेबसाइट पर ज्योर्तिलिंग दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग जारी है। रात के ढाई बजे विशेष मंगला आरती की शुरुआत हुई। इसके बाद शिव भक्तों का पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। सुबह 8 बजे तक ढाई लाख श्रद्धालुओ ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया । बाबा का दरबार लगातार कुल 36 घंटे से ज्यादा समय तक खुला रहा।


हर सेकेंड 15 भक्त दर्शन कर रहे है। आज गर्भगृह के चारों कपाट से हर सेकेंड 15-20 भक्त दर्शन कर रहे हैं। 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु सड़कों और मंदिर की बैरिकेडिंग में ही खड़े हैं। बाबा की एक झलक पाने का इंतेजार कर रहे हैं। वही महाशिवरात्रि स्पेशल ट्रैफिक डायवर्जन और ट्रैफिक एडवाइजरी लागू है। मंदिर के चारों ओर 3 किलोमीटर एरिया नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। मंदिर दर्शनार्थियों के लिए शहर के चारों ओर कुल 18 पार्किंग जोन बनाए गए हैं। वाहन पास को आज निरस्त कर दिया गया है। आम भक्त पैदल ही मंदिर तक पहुंच रहे हैं।

वहीं, उम्रदराज और दिव्यांग श्रद्धालुओं को गोदौलिया और मैदागिन से मंदिर तक पहुंचाने के लिए 10 आरामदायक ई-रिक्शा और 5 गोल्फ कार्ट चलाए जा रहे हैं। भक्तों की सहूलियत के लिए वॉलंटियर्स लगे हैं। उन्हें पीने का पानी, इलाज, एंबुलेंस और बाकी व्यवस्थाओं की जानकारियां दे रहे हैं। वही इस मौके पर शिव भक्तो, श्रद्धालुओं पर जमकर पुष्प वर्षा की गई। इसी कड़ी में दारानगर स्थित मृत्युंजय महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का रेल उमर पड़ा भोर से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गए सभी हाथों में माला फूल जल लिए अपनी बारी के इंतजार में खड़े रहे।

वही मंगला आरती के पश्चात भक्तों के दर्शन हेतु बाबा का पट खोला गया मंदिर का कपाट खुलते ही पूरा क्षेत्र हर हर महादेव के जय घोष से गूंज उठा।

भक्तों ने कतरबद्ध होकर बाबा को फूल माला बेलपत्र अर्पित करते हुए जलाभिषेक किया। इस अवसर पर सुरक्षा की दृष्टि से व्यापक प्रबंध रहे पूरे क्षेत्र में बैरिकेडिंग रही है इसके साथ ही फोर्स तैनात रही। इसी क्रम में ईश्वर गंगि स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन का क्रम जारी रहा।

बाबा के विशालकाय शिवलिंग पर लोगों ने जल, दूध, दही, शहद, घी सहित बेलपत्र और माला फूल अर्पित करते हुए जीवन मंगल की कामना के मंदिर के महंत मधुर कृष्ण जी महाराज ने सभी भक्तों में प्रसाद वितरित किया । इसी कड़ी मे नासिरपुर सुसुवाही में स्थित मनोकामना महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का श्रृंगार एवं भव्य भंडारा का आयोजन किया गया। समस्त ग्रामवासी महादेव के श्रृंगार एवं भव्य भंडार में सम्मिलित होकर भोले नाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया और सुख समृद्धि की कामना भी किया।

यह काफी प्राचीन मंदिर है लोग महाशिवरात्रि के पर्व पर यहां पर दूध फल फूल सहित अन्य चीज भगवान भोलेनाथ को अर्पित करते हैं। । हजारों की संख्या में लोग दर्शन पूजन कर चुके थे और यह दर्शन पूजन देर रात तक चलता रहता है। वहीं लोगों में प्रसाद भी वितरण किया गया। इसी क्रम मे महाशिवरात्रि के दिन काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। भोर से ही लोगों ने लाइन में लगकर भोलेनाथ का दर्शन-पूजन किया। घर-परिवार व समाज के सुख-समृद्धि की कामना की। महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ के जलाभिषेक व पूजन-अर्चन के लिए शिवालयों में भक्त उमड़ रहे हैं। इसी क्रम बीएचयू के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु पहुंचे।

श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया तथा मुरादे मांगी। मंदिर में दर्शन के लिए महिलाओं और पुरुषों की अलग लाइन बनाई गई थी। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध तरीके से दर्शन करने के लिए भेजा जा रहा था। बीएचयू में रहने वाले सभी छात्र छात्राएं अपने हाथों से निकलकर बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। इस बार बीएचयू के छात्र छात्राओं के लिए विशेष व्यवस्था किया गया था। इस बार सभी छात्र छात्राओं को सूचित किया गया था कि वह अपना आई कार्ड साथ में लेकर आए ताकि किसी भी प्रकार की छात्र-छात्राओं को दर्शन करने में समस्या ना हो। प्रोफेसर शत्रुघ्न ने बताया कि आज महाशिवरात्रि का पर्व है और लोग दर्शन पूजन कर रहे हैं आज यहां पर हवन किया गया। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना किया कि विश्वविद्यालय दिन प्रतिदिन प्रगति करता रहे।

सभी लोग स्वस्थ और मस्त रहे। बीएचयू की छात्रा दिव्या शुक्ला मंदिर में दर्शन पूजन करने पहुंची थी। उन्होंने बताया कि आज महाशिवरात्रि एक ऐसा पर्व है जब विश्वनाथ शिव शंकर के भक्ति का एक ऐसा दृश्य देखने को मिलता है। बताया कि पहली बार विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आई हैं।

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