चांद का दीदार होते ही माह-ए-रमजान की शुरुआत हो गयी। मुस्लिमों के लिए यह महीना सबसे पवित्र माना जाता है। काशी के आसमान में सोमवार की शाम चांद का दीदार होते ही रमजान के पाक माह के शुरू होने की लोगों ने तस्दीक किया। इसके साथ ही मुस्लिम क्षेत्रों में शाम से ही खूब पटाखे छोड़े गये, पूरा क्षेत्र गुलजार दिखा, तो शाम से देर रात तक लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी।
शाम लगभग 6 बजकर 5 मिनट पर चांद के दिखते ही पटाखों को छोड़ने का दौर चला इसके साथ ही सभी ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी। मस्जिदों में रमजान का चांद दिखने के साथ ही तरावीह की नमाज शुरू हो गई, और शव्वाल का चांद दिखते तरावीह की नमाज खत्म होगी।
चांद के दीदार के साथ ही पहले दिन से बाजार में लोगों की चहलकदमी दिखने लगी। शकील अहमद जादूगर ने बताया कि 30 दिन रोजा रखा जाता है और गरीबों की मदद की जाती है। 14 घंटे का रोजा रखा जाता है और मगरिब के समय रोजा खोला जाता है और अल्लाह का शुक्र अदा किया जाता है ।