श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पुतलीबाई मंदिर के खंभे की बेड़ियों में जकड़े संकट मोचन जल्द होंगे मुक्त

श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पुतलीबाई मंदिर के खंभे की 'बेड़ियों' में जकड़े संकट मोचन जल्द ही बंधन मुक्त होंगे। काशीपुराधिपति के दरबार में गूंजी सिद्ध प्रतिमा की रिहाई सुन ली गई और अब उस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की कवायद तेज हो गई है। मंदिर के बाहर हनुमान चबूतरा निर्माण का कार्य तेजी से शुरू हो गया है, पहले दिन ही कर्मचारियों ने फाउंडेशन तैयार कर दिया और निर्माण कार्य जारी है। इस सप्ताह के अंदर काम पूरा हो जाएगा, अक्षय तृतीया तक प्राण प्रतिष्ठा होने की संभावना जताई जा रही है। हनुमान जी को दक्षिण मुखी स्थापित किया जाएगा जो 40 इंच लंबे और 12 इंच चौड़े स्थल पर स्थापित होगी। मंदिर में प्रवेश करने से पहले ही संकट मोचन के दर्शन होंगे। बता दें कि पिछले दिनों बेडियों में जकड़े महाबली हनुमान की तस्वीरें सामने आने के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विश्व भूषण मिश्र मंदिर में पहुंचे थे, उन्होंने हनुमान जी की प्रतिमा का पुन: प्राण प्रतिष्ठा कराकर स्थापित कराने का निर्देश दिया था जिस पर काम शुरू हो गया है। 

वहीं इससे भक्तों में खुशी की लहर है।काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के डिप्टी कलेक्टर की ओर से जारी पत्र में शेष नारायण उपाध्याय की फर्म को 02 मई तक इस कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी दी है। कार्यदायी संस्था ने निर्धारित समय में कार्य को पूरा करने की बात कही है। श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर में संकट मोचन हनुमान जी की प्रतिमा लगभग तीन साल से रस्सियों में बंधी है। प्रतिमा को पुतलीबाई मंदिर के खंभे से बांधकर मंदिर न्यास अपने काम में जुट गया और ऐतिहासिक प्रतिमा की स्थापना भूल गया। सिर से लेकर पांव तक जकड़ी बजरंग बली की भव्य प्रतिमा तब से लेकर अब तक बाबा विश्वनाथ से रिहाई मांग रही थी। हनुमान जी की प्रतिमा को रस्सी से बांधने के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास पर फिर सवाल उठने लगे तो श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर में मंदिर और प्रतिमाओं की व्यवस्थाओं को संचालित करने वाले न्यास से काशीवासी खफा भी नजर आए। सैकड़ों लोगों ने प्राचीन मूर्तियों की अनदेखी और अधिकारियों की मनमानी का आरोप लगाया है। तस्वीरें सामने आने के बाद मंदिर के अधिकारी भी प्रतिमा तक पहुंच गए। श्रीकाशी विश्वनाथ न्यास के सीईओ विश्व भूषण मिश्र ने प्रतिमा का पुन: प्राण प्रतिष्ठा कराकर स्थापित कराने की बात कही।

पुतलीबाई मंदिर में एलिवेशन देकर होगी स्थापना

श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर में संकट मोचन 'बेड़ियों' में जकड़े होने का मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने संज्ञान लिया। ढूंढीराज गणेश द्वार से श्रृंगार गौरी के मार्ग में स्थित पुतलीबाई मंदिर के पास मूंगे वाली हनुमान जी की प्रतिमा को देखा था। उनके अनुसार मूंगे वाले हनुमान जी की प्रतिमा को पुतलीबाई मंदिर पर ही एलिवेशन देकर विधिपूर्वक सुव्यवस्थित तरीके से स्थापित किया जाएगा ।

Post a Comment

Previous Post Next Post