राइट टू एजुकेशन के तहत 24 बच्चों को एडमिशन न देना 3 स्कूलों को पड़ा भारी, बीएसए ने स्कूल की मान्यता रद्द करने के लिए सीबीएसई बोर्ड को भेजा लेटर

राइट टू एजुकेशन के तहत 24 बच्चों को एडमिशन न देने के चलते वाराणसी के 3 स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। वाराणसी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए CBSE बोर्ड को लेटर भेज दिया है। निरस्त होते ही स्कूलों को बंद करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

वाराणसी के एक स्कूल के 4 ब्रांच पर ये गाज गिरी है। इन स्कूलों के साथ ही वाराणसी के दो बड़े स्कूलों को भी RTE के तहत एडमिशन न देने पर नोटिस थमाई गई है। स्पष्टीकरण मांगा गया है।



शिक्षा के अधिकार से किया वंचित

जिन 4 स्कूलों को बंद कराने की चेतावनी दी गई है, उन पर आरोप है कि ये राइट टू एजुकेशन (RTE) एक्ट के तहत बच्चों को एडमिशन नहीं दे रहे थे। कुल 24 बच्चों को एडमिशन से महरूम किया गया। जबकि ये उनका कानूनी अधिकार था।शिकायत होने के बाद जब BSA द्वारा इसकी वजह पूछी गई, तो भी कोई जवाब नहीं भेजा गया। इससे नाराज होकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए CBSE बोर्ड को लेटर भेज दिया है।

मान्यता वापस लेकर बंद कराएंगे स्कूल

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इन स्कूलों से बहुत आसान सवाल पूछे गए थे। वो ये था कि कितने बच्चे किस विषय में पढ़ते हैं ? नियमों का पालन कैसे किया जा रहा है ? एक्ट के तहत एडमिशन देने में क्या दिक्कत आई ?BSA ने कहा कि इन सवालों का जवाब न देने पर यह समझा गया कि स्कूल पूरी तरह से शासकीय नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके बाद, CBSE बोर्ड को उनकी संबद्धता समाप्त कर, मान्यता वापस लेने के लिए लेटर लिखा गया। इस काम के पूरा होने पर स्कूलों को बंद कराने की भी कार्रवाई की जाएगी।

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