लोकतंत्र के महापर्व में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए काशी के कवियों की जुटान हुई। गोलघर, मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित लोकमत परिष्कार कवि गोष्ठी में कवियों ने काव्य पाठ कर जन जन को मतदान के लिए प्रेरित किया।
सबसे पहले कार्यक्रम संयोजक पण्डित देवब्रत मिश्र ने अपनी कविता सुनाकर गोष्ठी का शुभारंभ किया। उसके उपरांत डॉ. नसीमा निशा ने अपनी कविताओं के माध्यम से जागरूक किया। नवगीतकार सुरेंद्र वाजपेयी, ब्रजेश चंद्र पाण्डेय, धर्मेंद्र गुप्ता साहिल, नरोत्तम शिल्पी आदि ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से जागरूक किया। अध्यक्षता कवियत्री प्रियंका अग्निहोत्री ने की। इनके अलावा राजेन्द्र गुप्ता, शुभजीत साहा, प्रज्ञा मिश्रा आदि ने भी काव्यपाठ किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री पण्डित शिवनाथ मिश्रा ने कहा कि काशी विश्व का नेतृत्व करने वाली नगरी है। जब यहाँ पिछ्ले बार से अधिक मतदान होगा तभी काशी का मान बढ़ेगा और इसमें काशी के कलाकार अपनी भूमिका निभाएंगे। विशिष्ट अतिथि डॉ. शुकदेव त्रिपाठी ने कहा कि लोकतंत्र में मतदान सबसे प्रमुख प्रक्रिया है। भारत विश्व मे महानायक के रूप में उभरा है जिसमे हम सबको भी मतदान कर अपना योगदान करना है। अध्यक्षता करते हुए काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ. अत्रि भारद्वाज ने कहा कि लोकतंत्र में सबकी राय शामिल होनी चाहिए, सरकार ऐसी हो जिसमें सभी नागरिकों की भागीदारी हो। शत प्रतिशत मतदान काशी का मान बढ़ाएगा। कार्यक्रम का संयोजन देवब्रत मिश्रा एवं संचालन साहित्यकार अशोक सिंह ने किया। इस मौके पर सुरेश प्रसाद पाण्डेय, प्रताप बहादुर सिंह, देवयानी मिश्रा, कृष्णा मिश्रा आदि उपस्थित रहे।