काशी विश्वनाथ मंदिर में यादव बंधुओं द्वारा जलाभिषेक की प्राचीन परंपरा को बाधित करने के लिए प्रशासन के फैसले के विरोध में गोवर्धन पूजा समिति ने विरोध जताया है।पराडकर स्मृति भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में गोवर्धन पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद यादव गप्पू, संयोजक कैलाश यादव, सहसंयोजक प्रकाश यादव मुन्ना, और कोषाध्यक्ष सीताराम यादव ने कहा कि जिला प्रशासन की भूमिका पिछले वर्षों में सराहनीय रही थी। प्रशासन ने विभिन्न चुनौतियों के बावजूद परम्परागत कार्यक्रमों को बिना भेदभाव के सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया था।
विनोद यादव गप्पू ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यना ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि किसी भी परम्परागत कार्यक्रम को बदला न जाए। इसके बावजूद, जिला प्रशासन और काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने यादव बन्धुओं की परम्परागत जलाभिषेक कार्यक्रम को बाधित कर दिया और केवल 21 यादव बन्धुओं द्वारा जलाभिषेक की नई परम्परा लागू की। इस तुगलकी फरमान से हजारों यादव बन्धुओं की आस्था को ठेस पहुंची है। गोवर्धन पूजा समिति ने इस कदम की घोर निंदा की है।समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि काशी की प्राचीन परम्परा को बहाल किया जाए और यादव बन्धुओं को गर्भगृह में जलाभिषेक का पूर्व निर्धारित समय, 2 घंटे 10 मिनट, पुनः लागू किया जाए। समिति ने गत वर्ष की नई परम्परा को रद्द करने और पुरानी परम्परा को बहाल करने की मांग की है।समिति ने कहा कि उन्होंने प्रशासन और सरकार को इस घटनाक्रम की जानकारी दी है और आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन के साथ बैठक करने के लिए तैयार हैं। वार्ता में प्रमुख रुप से अशोक यादव, गोपाल यादव, दिनेश यादव, जय प्रकाश यादव, राजेश अहीर, विनय यादव आदि शामिल थे।