लखीमपुर खीरी: प्रशासन के दावों की खुली पोल, बाढ़ के बीच गाड़ी नहीं मिलने से कंधे पर बहन का शव लादकर दो भाइयों ने 5 किलोमीटर का सफर किया तय

लखीमपुर खीरी में शारदा और घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप धारण किया हुआ है। पूरा जिला बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है, ऐसे में वहां से सभी को झकझोरने वाली एक घटना सामने आई है। बाढ़ के बीच गाड़ी नहीं मिली तो बहन के शव को कंधे पर लादकर दो भाई 5 किलोमीटर पैदल चल कर घर पहुंचे। 

पानी से घिरे रेलवे लाइन से होते हुए रास्ता तय किया। जब एक भाई थकता तो दूसरा बहन के शव को कंधे पर लादकर चलने लगता। दोनों थक जाते तो शव को जमीन पर रखकर थोड़ी देर आराम करते। फिर आंखों में आंसू और शव कंधे पर लेकर निकल पड़ते।लड़की 12वीं की छात्रा थी। टाइफाइड के कारण उसका पलिया ब्लाक के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरुवार दोपहर को उसकी मौत हो गई। बाढ़ के कारण सवारी गाड़ी, बस और ट्रेन सबका संचालन ठप है। मजबूरन भाइयों को कंधे पर बहन का शव लादकर पलिया से मैलानी थाने के एलनगंज महाराज नगर आना पड़ा।भाइयों का कहना है कि बाढ़ के कारण वो अपनी बहन का इलाज किसी अच्छे अस्पताल में नहीं करा पाए। इसके कारण उसकी मौत हो गई।

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