श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशीवासी नेमी दर्शनार्थियों के नित्य दर्शन के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय पर ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन सौंपने लोगों ने कहा कि काशी मोक्ष नगरी है, यहां अनेक भक्त ब्रह्ममुहूर्त में नित्य बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन करते हैं और बाबा को जलार्पण करने के पश्चात ही स्वयं जल ग्रहण करते हैं। इनमें सैकड़ो की संख्या में साधु, सन्यासी, वृद्धजन, दिव्यांग, महिलायें, पुरुष सभी शामिल रहते हैं। मंदिर प्रशासन ने भी इनकी सुविधा का ख्याल रखकर मंगला आरती के पश्चात 1 घंटे तक प्रातः 04 से 05 बजे स्पर्श दर्शन हेतु समय निर्धारित कर रखा है। भक्तों की भारी भीड़ के कारण नियमित दर्शनार्थियों को भी घण्टों लाईनों में लगना पड़ता है।
नित्य नियम का पालन करनें वाले भक्तों के लिए कठिनाई होती है। इधर काशी वासियों के लिए पृथक द्वार बनाये जाने की व्यवस्था की गई है। जो स्वागत योग्य है। ज्ञापन पहुंचे भक्तों ने कहा कि हम लोग पिछले कई वर्षों से नियमित ब्रह्म मुहूर्त में दर्शन पूजन करते हैं। जिसको किसी भी प्रकार से बदलना नही उचित है। जिसको लेकर आज हम सभी लोगों ने प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय पर ज्ञापन सौपा हैं। यहां से हम लोगों को आश्वासन मिला है कि आप लोगों का नियमित दर्शन पूजन जिस प्रकार से हो रहा था उसी प्रकार से होता रहेगा। नेमी भक्तों ने बताया कि दर्शन पूजन को लेकर हम लोगों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, कमिश्नर और मुख्य कार्यपालक को ज्ञापन सौंप चुके हैं।उन्होंने मांग कि है कि नेमी भक्तों को गेट नं0-1 व गेट नं0-4 से प्रवेश दिया जाये, जिसकी अलग लाईन हो।नेमीजनों को QR कोड युक्त पहचान पत्र जारी किया जाये तथा नेमीजनों को विशेष पर्वों पर भी सुगम दर्शन का प्रबंध हो।