जर्जर भवन गिरने के बाद 25 जर्जर भवनों पर नोटिस हुई चस्पा, मलबा हटाने का कार्य जारी

बरसात का मौसम जर्जर भवनों के लिए खतरे की घंटी है। श्रीकाशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र के येलो जोन में दो जर्जर भवन गिरने के बाद नगर निगम एक बार फिर सक्रिय हो गई है। निगम की टीम ने कोतवाली जोन में चिह्नित 189 जर्जर भवनों में से मंगलवार को 25 भवनों पर नोटिस दी है।कोतवाली के जोनल अधिकारी इंद्र विजय सिंह की ओर से जारी नोटिस सभी 25 जर्जर भवनों पर चस्पा कराई गई है। साथ ही नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने ऐसे सभी भवन स्वामियों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की है ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके। निगम नोटिस देने का क्रम आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है।

शहर में जोनवार जर्जर भवनों की संख्या इस प्रकार है...

कोतवाली- 189

दशाश्वमेध- 143 ​​​​​​​​​​​​​​

वरूणापार- 40

आदमपुर- 19

भेलूपुर- 19

50 से अधिक मकान में किराएदारी का विवाद

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि 50 से अधिक जर्जर मकान में किराएदारी का विवाद चल रहा है। विवाद कोर्ट में लंबित होने के चलते नगर निगम प्रशासन भी कोई कार्रवाई करने बचती है। निगम की यज्ञीय लाचारी मालिकों के बचने का मुफीद हथियार साबित होता है। नगर निगम ने चिह्नित जर्जर भवनों को गिराने के लिए उनके स्वामियों को नोटिस जारी तो किया लेकिन उसमें शर्तें ऐसी रखीं जिससे किसी भवन का ध्वस्तीकरण संभव नहीं है।

वीडीए ने नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए

हादसे के बाद वीडीए प्रशासन ने मंगलवार को देर शाम नियम-कानून से जुड़े पर्चे बंटवाए। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के निर्देश पर गंगा किनारे 200 मीटर परिधि में और पुराने जर्जर भवनों की मरम्मत से जुड़े नियमों के बारे में लोगों को पर्चे के माध्यम से बताया गया। इसे चौक और दशाश्वमेध क्षेत्रों में बंटवाया गया। पर्चे पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।


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