जर्जर भवन गिरने से घायल हुए लोगों को डिस्चार्ज न करने पर परिजनों ने कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल पर किया हंगामा

वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर के पास गिरी जर्जर बिल्डिंग के घायलों को डिस्चार्ज न करने पर परिजनों ने मंडलीय अस्पताल में हंगामा कर दिया। इस दौरान ACP दशाश्वमेध समेत कई पुलिस कर्मी भी वहां पहुंच गए। परिजनों ने बहसबाजी करते हुए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ पर ढंग से ट्रीटमेंट न देने का आरोप भी लगाया।

कहा कि न तो हमारे मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर रहे हैं और न ही कोई ढंग के डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं। CT स्कैन और X-Ray जांच हो गई है। रिपोर्ट आई, लेकिन एक बार में बीमारी का पता नहीं चला तो अब दोबारा जांच कराने को कहा जा रहा है।

परिजन बोले- मशीनें खराब पड़ी थीं

परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की मशीनें भी खराब है। डिजिटल मशीन न होने से दिक्कत हो रही है। हम चाह रहे हैं कि अपना मरीज लेकर दूसरे अस्पताल जाए, लेकिन डिस्चार्ज भी नहीं कर रहे हैं। परिजनों ने कहा कि ट्रीटमेंट भी खराब हो रहा है। SDM से बोला गया कि हमारे मरीजों को डिस्चार्ज कर दें। CMO को फोन किया गया कि हमें छोड़ दो। लेकिन, कुछ नहीं। 32 घंटे से ज्यादा हो गया, कहां फ्रैक्चर है ? कहां चोट लगी है? यहां के डॉक्टर ये भी नहीं बता पा रहे हैं। पानी का ड्रिप लगा रहे और गोल-गोल घूमा रहे हैं।

मरीजों मनीष कुमार गुप्ता ने कहा, "मरीज को कायदे से देखा नहीं जा रहा है। दो बार जांच हो रही है, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है कि कौन सी हड्डी टूटी है। केवल जांच कराते रहे और दवा मिले ही न। सभी प्रशासनिक अधिकारी आए और देखकर चले गए। वो लोग डिस्चार्ज नहीं दे रहे हैं। नर्सिंग स्टाफ कहता है कि अपना प्राइवेट डॉक्टर लेकर आओ और दिखाओ।"

हमारे पैर में सूजन-दर्द क्यों, डॉक्टराें के पास जवाब नहीं

मरीज पूजा गुप्ता ने कहा, "हम मंडलीय अस्पताल के इलाज से संतुष्ट नहीं है। मेरा पैर फ्रैक्चर है या नहीं, कुूछ पता नहीं चल पा रहा है। रात भर सो नहीं पाई और सूजन बढ़ते जा रहा है। दर्द बहुत ज्यादा है। समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें ? डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। नर्स आ रहीं हैं तो पानी चढ़ाकर चली जा रहीं हैं। मैं यहां से डिस्चार्ज होना चाहती हूं।"



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