बनारस रेल इंजन कारखाना में दिनांक 7 से 14 दिसंबर, तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। ऊर्जा संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से पूरे सप्ताह भर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने अपने संबोधन में ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। हुए कहा कि ऊर्जा की बचत राष्ट्रीय की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि ऊर्जा का विवेकपूर्ण उपयोग करके हम न केवल संसाधनों को बचा सकते हैं बल्कि जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का भी सामना कर सकते हैं। साथ ही ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बरेका में चल रहे विभिन्न परियोजनाओं पर प्रकाश डाला एवं बताया कि बरेका परिवार ने 7-14 दिसंबर तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार सफलतापूर्वक मनाया।
जागरूकता रैली, निबंध, प्रश्नोत्तरी, ड्राइंग प्रतियोगिता व नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रमों ने ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई। भारत सरकार के नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य वर्ष 2070 और रेलवे के लिए वर्ष 2030 के लक्ष्य को प्राप्त करने में जागरूकता और भागीदारी अहम है। बरेका कॉलोनी क्षेत्र में 60% से अधिक ऊर्जा खपत होती है। सौर ऊर्जा, ऊर्जा कुशल उपकरणों, और हरित भवन अवधारणाओं के उपयोग से ऊर्जा खपत कम की जा सकती है। आइए, मिलकर ऊर्जा संरक्षण में योगदान दें और इस अभियान को सफल बनाएं।
ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के समापन समारोह में प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऊर्जा संबंधित सीमित संसाधन समाप्ति की ओर है। हम सभी को दैनिक जीवन में बिजली के उपयोग को कम से कम प्रयोग करें। अकेले यातायात करने पर बड़ी गाड़ियों के प्रयोग के बजाए साईकिल या मोटर-सायकल का प्रयोग किया जा सकता है जिससे की काफी मात्रा में ऊर्जा का संरक्षण किया जा सकता है। मुख्य विद्युत सर्विस इंजीनियर भारद्वाज चौधरी ने ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के दौरान सप्ताहव्यापी आयोजित कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी पी.पी.टी. के माध्यम से प्रस्तुत की।
बरेका ने ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करते हुए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (UPNEDA) द्वारा रेलवे वर्कशॉप सेक्टर में ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2024 में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह सम्मान बरेका की ऊर्जा संरक्षण के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता और नवीन तकनीकों के प्रयोग का परिणाम है। सौर ऊर्जा, ऊर्जा कुशल उपकरणों और हरित ऊर्जा के उपयोग के साथ-साथ ऊर्जा खपत को कम करने के लिए विभिन्न नवाचारों को अपनाया गया है। बरेका के इस सम्मान से न केवल रेलवे बल्कि पूरे क्षेत्र में ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा मिलेगा। बरेका परिवार इस उपलब्धि के लिए गर्व महसूस करता है और भविष्य में भी ऊर्जा संरक्षण के लक्ष्यों की दिशा में निरंतर कार्य करता रहेगा।